यह निर्भर करता है कई परिस्थितियों पर जैसे की कितने घंटे काम, एक कैसे का कितना चार्ज और कितने कोर्ट में सुनवाई में शामिल होता है। अगर हम देश की नमी गिरामी वकील की बात करे तो देखते हैं कि नतीजे चौकाने वाले आते हैं।
हरिश साल्वे
रामजेठमलानी
मिस्टर साल्वे और रामजेठमलानी हर रोज़ ही करोड़ो की कमाई कर लेते थे। य़ाद है, वो अंबानी भाईयों वाला केस जिसका खरचा ही 12 हजार करोड़ पड़ा था। और आपको पता है कि वह कैसे कितने दिन तक चला था।
तो यह कईचीजों पर मुऩसिर है।
एक वकील के जैसे कौशल सेट और प्रतिभा (आप आलोचना के लिए इसे सबसे पहले डाल सकते हैं)
- आपकी पृष्ठभूमि
- आपके राजनीतिक नाते
- आपका विपणन कौशल
- आप कानून को कितनी अच्छी तरह जानते हैं
मैं भारत में वकीलों को जानता हूं, जो बस जिंदगी के लिए ही जूझ रहे और फिर कुछ सबसे प्रसिद्ध व्यक्ति हैं जिनकी पहचान ही एक वकीलल की है। ऐसे दफ्तर और चेंबर हैं जो हज़ारों में मुक़दमा दर्ज करते हैं और कुछ ज़िंदगी भर एक हज़ार मुक़दमे लड़ते हैं। असल में केवल मामलों की संख्या मायने नहीं रखती लेकिन जो मायने रखता है वो है कि आप हर मामले में कितने रकम वसूल रहे हैं। शायद आपको यहां से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी।
मजेदार बात यह है कि आप करोड़ों में फी ले सकते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि लोग आपको कितना भुगतान करने को तैयार हैं और लोग आपको आपके ब्रांड मूल्य के मुताबिक ही अदा करेंगे। ब्रांड वैल्यू उपरोक्त कारकों पर निर्भर करती है।
उम्मीद करता हूं आपको यह लेख पसंद आया होगा।अगर कोई समस्या है तो आप कॉमेंट कर सकते हैं। धन्यवाद।।
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